शुक्रवार, 10 जून 2011

कांग्रेस अब अपने राजीव गाँधी ट्रस्ट और पार्टी के खातों का खुलासा करे

 
             कांग्रेस भी अब अपने राजीव गाँधी ट्रस्ट और पार्टी के खातों का खुलासा करे ताकि जनता को पता चल सके की उसके पास कहा से धन आता है और कितना धन सही तरीके से आता है | ताकि जनता को पता चल सके की उसके पास कहा से धन आता है और कितना धन सही तरीके से आता है | कांग्रेस के नेता केवल बाबा रामदेव जी हिसाब मांग रहे थे तो बाबा ने अपना हिसाब कर दिया अब कांग्रेसियों का फर्ज बनता है राजीव/इंदिरा गाँधी के नाम पर जितने ट्रस्ट और फाउन्डेशन उन सबका कच्चा चिठा भी सामने आना चाहिए |
             दूसरी बात यह है की जिन जिन लोगों ने कांग्रेस के ट्रस्ट में उन सब का भी सम्पति की जाँच होनी चाहिए | क्योंकि ट्रस्ट के बहाने उन लोगों ने देश की गाढ़ी कमाई का नाजायज लाभ तो नहीं उठाया है | तथा ट्रस्ट के पहले उनके पास कितनी सम्पति थी अब कितनी है | इसमें सोनियाजी और उनलोगों जो अब तक ट्रस्ट में है |
          तीसरी बात यह है  जिन लोगो ट्रस्ट में पैसा दिया वह सरकार से कोई लाभ लेने के लिए तो नहीं किया है | कांग्रेस अभी सत्ता में है अपना ट्रस्टों के लिए  अपना २ नंबर का पैसा कही ट्रस्ट में तो जमा करके सोनिया जी वाहवाही तो नहीं लुट रहे है |  आज  व्यक्ति अपना काम को पहले करने केलिए क्या -क्या नही करता है | तो जिस पार्टी की सरकार उससे काम निकलवाने के लिए वे लोग ट्रस्ट में तो नाजायज पैसा तो नहीं दिये है | बात पारदर्शिता की है हम कितने ईमानदार है | मनमोहन सिंह जैसा न की मैं तो ईमानदार हू लेकिन इनके प्रधानमंत्री रहते कितने कलमाडी राजा लाखो करोड रूपये डकार गये |      
                     
          चौथी बात यह है कि जिस ट्रस्ट के नाम पर ये लोग दलाली कर रहे है वह ट्रस्ट करती क्या है कही तो कांग्रेस के लिए वोट बैंक का काम तो नहीं करती है | वह ऐसे लोगों के लिए तो नहीं जो केवल एक पार्टी के लिए जनमत तैयार करती है क्या .. इन सब बातों कि जाँच भी होनी चाहिए  |
       
        तभी पता चल सकेगा कि राजीव गाँधी के नाम पर कौन कौन क्या क्या कर रहा है | सोनियाजी मूलतः ईसाई है इस देश को मिशनरी से भी उतना खतरा है जितना एक देशदोही से है |

जागो !आलोचकों जागो !एक संत आपके लिए प्रतिपल कष्ट झेल रहा है ताकि हम सब चैन से जी सकें |

यह कैसा सत्यमेव जयते ......



               यह सरकार जो देश की रक्षा एवं सम्मान भी रखने असमर्थ है |२६/११  मुम्बई हमले मारे गए देश के सम्मानित नागरिक एंव  शहीद जवानों की शहादत का सम्मान भी नहीं कर सकती| जिस प्रकार शिकागो अदालत ने राणा को मुंबई हमले की साज़िश रचने के आरोप से बरी कर दिया |
              सरकार ने बाबा के पीछे समय खराब किया | उधर अमेरिका जानती की अभी भारत सरकार हिजड़े की सरकार है | अभी तक फांसी की सजा होने पर भी अफजल गुरु को सज्जा नहीं दे रही है | कसाब के मामले में सजा के जगह बिरयानी खिला रही है तो क्यों ना पाकिस्तान जो की अभी नाराज चल रहा है उसे खुश किया जाय |इस लिए अमेरिका ने अपनी कूटनीति के तहत उसे माफ़ी दी यह सब जानते हुआ की राणा एंव हेडली अपराधी है | अमेरिका जानती की राणा को भारत को दे दिया तो सजा देगी नहीं उसे उल्टा बिरयानी खिलायेगी| तो भारत सरकार को क्यों देना ,यही इसे छोड़ देते है | भारत क्या करेगा सरकार में हमारे एजेंट है |
              यह अमेरि़क की कूटनीति है | और हमारे हिजडो की सरकार तो केवल बाबा के पीछे पड़े है |