ताकि जनता को पता चल सके की उसके पास कहा से धन आता है और कितना धन सही तरीके से आता है | कांग्रेस के नेता केवल बाबा रामदेव जी हिसाब मांग रहे थे तो बाबा ने अपना हिसाब कर दिया अब कांग्रेसियों का फर्ज बनता है राजीव/इंदिरा गाँधी के नाम पर जितने ट्रस्ट और फाउन्डेशन उन सबका कच्चा चिठा भी सामने आना चाहिए |
दूसरी बात यह है की जिन जिन लोगों ने कांग्रेस के ट्रस्ट में उन सब का भी सम्पति की जाँच होनी चाहिए | क्योंकि ट्रस्ट के बहाने उन लोगों ने देश की गाढ़ी कमाई का नाजायज लाभ तो नहीं उठाया है | तथा ट्रस्ट के पहले उनके पास कितनी सम्पति थी अब कितनी है | इसमें सोनियाजी और उनलोगों जो अब तक ट्रस्ट में है |
तीसरी बात यह है जिन लोगो ट्रस्ट में पैसा दिया वह सरकार से कोई लाभ लेने के लिए तो नहीं किया है | कांग्रेस अभी सत्ता में है अपना ट्रस्टों के लिए अपना २ नंबर का पैसा कही ट्रस्ट में तो जमा करके सोनिया जी वाहवाही तो नहीं लुट रहे है | आज व्यक्ति अपना काम को पहले करने केलिए क्या -क्या नही करता है | तो जिस पार्टी की सरकार उससे काम निकलवाने के लिए वे लोग ट्रस्ट में तो नाजायज पैसा तो नहीं दिये है | बात पारदर्शिता की है हम कितने ईमानदार है | मनमोहन सिंह जैसा न की मैं तो ईमानदार हू लेकिन इनके प्रधानमंत्री रहते कितने कलमाडी राजा लाखो करोड रूपये डकार गये |
चौथी बात यह है कि जिस ट्रस्ट के नाम पर ये लोग दलाली कर रहे है वह ट्रस्ट करती क्या है कही तो कांग्रेस के लिए वोट बैंक का काम तो नहीं करती है | वह ऐसे लोगों के लिए तो नहीं जो केवल एक पार्टी के लिए जनमत तैयार करती है क्या .. इन सब बातों कि जाँच भी होनी चाहिए |
तभी पता चल सकेगा कि राजीव गाँधी के नाम पर कौन कौन क्या क्या कर रहा है | सोनियाजी मूलतः ईसाई है इस देश को मिशनरी से भी उतना खतरा है जितना एक देशदोही से है |