जी पी सी जाँच क्यों जरुरी है ....
पहले हमें जानना होगा की क्या है संयुक्त संसदीय जाँच समिति,
यह संसद की वह समिति जिसमे सभी दलों के सामान भागीदारी होता है | संयुक्त संसदीय जाँच समिति को यह अधिकार है की वह किसी भी व्यक्ति, संस्था या किसी पक्ष को बुला सकती है | जिसको लेकर संयुक्त संसदीय जाँच समिति का गठन हुआ है | संयुक्त संसदीय जाँच समिति के समक्ष पेश नहीं होता है तो यह संसद की अवमानना का उल्लघंन माना जायगा | संयुक्त संसदीय जाँच समिति संबधित व्यक्ति संस्था से बाबत लिखित या मैाखिक जबाब या फिर दोनों माँग सकती है |
अभी जिस प्रकार का भ्रष्टाचार हुआ उसके लिए संयुक्त संसदीय जाँच समिति माँग विपक्ष कर रहा है | इसी के लिए संयुक्त संसदीय जाँच समिति जाँच जरुरी है | इस से पहले भी कई बार जपक जाँच हो चूका है | मुझे लगता है विपक्ष की बात में दम है | जैसे आई पी एल घोटाला अब तक स्थिति अस्पष्ट है | न तो गिरफ्तारी हुई न ही जाँच की कोई बात हो रही है , हुआ तो केवल एक मंत्री का स्तीफा बस और कुछ नहीं .....
अब २ जी घोटाला ,राष्ट्र मंडल ,आदर्श सोसायटी आदि अनेक घोटाले पर घोटाला और एक एक अनेक बी इ घोटाला की खबर आरही है | देश के सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस का बुरा हाल है एक वह अपने लड़ाई से गुजर रही है | उनके एक तो नेता भ्रष्ट दूसरा अदुनी गुटबाजी वहाँ एक ही नेता है कहा कहा जायेगे और क्या क्या करेगा...
अपने देश एक दो करोड़ का अब घोटाला नहीं माना जाता है क्यों की राष्ट्र मंडल में ७५००० ,तथा २ जी में १८३००० करोड़ का घोटाला और पता नहीं कितने घोटाले निकलेगे | जितना भी घोटाला हुआ उसमे सबसे ज्यादा है | कहा जा है अपने बजट में जो घाटा को पूरा किया जा सकता है | मुख्य बात यह की जाँच कौन करेगा |कांग्रेस यह चाहती है की वह सी बी ई से जाँच करा जाया | जिसमे हेरा फेरी कर सके ,यह कैसे होगा | तो हमें जानना चाहिए की अब तक आई पी ल घोटाला क्या हुआ है, केंदीय जाँच एजेंसी छापा मार रही है और देश की जनता को गुमराह कर रही है | इस भ्रष्टाचार में हजारों करोड़ का गबन हुआ तथा ये लोग बहुत ताकतवर लोगो तक पहुचने में विफल होगे | चोर चोर मोसेरे भाई जो जाँच करने वाली एजेंसी जैसे सी बी आई की निगरानी मुख्य सतर्कता आयुक्त की करेगे |
मुख्य सतर्कता आयुक्त थामस को सरकार ने नियुक्त किया गया है | जिस पर सुप्रीमकोर्ट ने सरकार को फटकर लगया | थामस एक विवादास्पद आई ए एस अधिकारी जिन पर केरल में भ्रष्टाचार के मामला चल रहा है | एक महाभ्रष्ट अधिकारी है जिस पर शायद मुकदमा चल रहा है | जब २ जी हुआ तो थामस संचार सचिव थे | जो व्यक्ति जिस घोटाला में शामिल है वह सी बी आई उस को जाँच की रिपोर्ट करेगी | इस सब कारण से सुप्रीमकोर्ट को पुछना पड़ा की थामस के रहते सीबी आई कैसे कार्य कर सकती है | उसी प्रकार से खेल घोटाला में ७०००० करोड से ज्यादा हुआ है जाँच पूरी तरह से गैरजिम्मेदार पूर्वक हो कर केवल एक दो लोग पर तथा १६०० करोड पर हो रहा है |
भ्रष्टाचार के जाँच के अलावा केंदीय जाँच एजेंसी ऐसी हो की जैसे निष्पक्षता और निर्भीक बनाया तथा किसी प्रकार की जाँच होने लोगो द्वारा किसी प्रकार का संदेह न हो | ऐसा तभी होगा जब एक ईमानदार सरकार हो ,लेकिन वर्तमान सरकार से यह उम्मीद नहीं है | मनमोहनसिंह कह रहे है की मेरे पास छुपाने को कुछ नहीं है तो जे पी सी जाँच क्यों नहीं करवाते ?क्यों १० की ओर देखते हो इस लिए विपक्ष की माँग जायज लग रहा है |
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