सोमवार, 11 फ़रवरी 2013

आपको नींद कैसे आ गयी : देश के सरदार


     अपने देश में अनेक सरदार हुए है, लेकिन मै एक सरदार की बात कर रहा हु | वह अपने में अब तक का केवल अकेला एक सरदार है | अभी तक वह अपने आप वही एक सरदार है | सरदार भी तो ऐसा सरदार बस कहिए मत वह भी अपने में एक ही सरदार है | सरदार के बारे में अनेक बात है लेकिन यहाँ पर कितने बात बताया जाय | कल की घटना को ले लिया जाये तो वह अपने ट्विटर पर चिंता व्यक्त किया और कहाकि- किसी प्रकार की कमी नहीं होने देगे | सारी प्रशासन को आदेश दे दिया हु | सभी लोग लग जाओ | मारे गये देश के नागरिकों को शोक संवेदना व्यक्त कर अपनी .... बंद कर सो गये |



     कुंभ नगरी में अफरा तफरी मचा हुए था, लोग चिल्ला रहे थे, पुलिस लाठी मार रही थी , मदद के लिए न तो जिला प्रशासन नही रेलवे प्रशासन | जिला प्रशासन तो अखिलेश की यही शादी में बाजा बजाने में बीजी था | रेलवे प्रशासन जनता पर लाठी बर्षा कर रहे थे | इधर जिम्मेदारी की बात आई तो एक दुसरे के उपर डालने के सिवाय कोई काम नहीं | रेल मंत्री तो कहा की भीड़ अधिक हो गया था और रेलवे सभी मदद कर रहा है | लेकिन स्टेशन पर तो कुछ और ही हो सामान विखरे पड़े थे, लोग बदहास हो कर मदद के लिए चिल्ला रहे थे | अपनी जान बचने के लिए लोग एक दुसरे के ऊपर कूद गये, लेकिन जान तो नहीं बचा, चला जरुर गया | लोग चिल्ला रहे थे, कुछ लोग आये जरुर, लेकिन घायलों को डाक्टर की जरुर थी, घंटो तक चिकित्सा सुबिधा नहीं मिली | अगर यह चिकित्सा की सुविधा मिला होता तो अनेक जाने बच गया होता | सुबह तक पूरा प्रयागराज को बंद कर दिया गया, न ट्रेन चला नहीं बस |


     यह कुंभ है जो हजारों वर्षो से इस राष्ट्र को सांस्कृतिक रूप से एक रखने कार्य किया है | यह पुरे राष्ट्र शक्ति का एक केंद्र है | हिदू संस्कृति और सनातन धर्म का चितन तथा विस्तार की भूमिका हजारों वर्षो यही से होता आया | यह कुंभ किसी सरकार की कृपा नहीं चल रहा | कुंभ की कृपा से अनेक सरकार चल रही है | यहाँ जो सरकार है कुछ दिनों बाद उनका नाम लेने वाले नहीं रहेगे | इस प्रकार महाकुंभ में आने वाले भक्तो को अपमानित करने का काम कोई भी न करे | कुंभ की ही इतनी शक्ति है इक़बाल ने कहा कि- यूनान म्रिस रोमा सब मिट गये जहा से, कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं | आस्ट्रेलिया में एक मुसलमान को गिरफ्तार किया गया तो रात भर नीद नहीं आई थी सरदार को ? लेकिन इतने सारे ४० हिदू मारे अनेक लोग घायल हो गये, लेकिन सरदार सो कैसे गये | हजारों वर्षो से करोड़ों लोगों केवल स्नान करने के लिए आते है, देश के प्रधानमंत्री, गृहमन्त्री,रेलमंत्री तथा राज्यों मंत्री के साथ एक कुंभ स्थल का दौरा कर किसी भी घटना से निपटने तैयारी होनी चाहिए था | क्योंकि सरदार तो धर्म निरपेक्ष है | सरदार के पूर्वज यदि धर्मनिरपेक्ष होते तो क्या ये सरदार होते | ऐसा न हो लोग कहे कि - एक था सरदार |

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