भारत के जम्मू और कश्मीर के पुंछ सेक्टर में 6 अगस्त को पाकिस्तान के कमांडो ने नियंत्रण रेखा पर भारतीय चौकी पर हमला
किया | इस पाकिस्तान हमले में पाँच भारतीय सैनिकों की हत्या की गई है| खबर आते ही देश भर से जोरदार प्रतिक्रिया हुआ |
संसद में गृहमंत्री एंटनी ने दोनों सदनों में अपनी ओर से दिए वक्तव्य में कहा था
कि पांच भारतीय सैनिकों की हत्या आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना की वर्दी पहने
लोगों ने की। राज्यसभा में उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पास जो भी सूचना उस समय
थी, कल का बयान उसी के आधार पर था। रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा
कि देश की सुरक्षा और अखंडता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। ये बात लोगो को हजम
नहीं हुआ | देश भर से गृहमंत्री एंटनी के
बयान पर सोशल मिडिया द्वारा जोरशोर से विरोध दर्ज किया जाने लगा |
फिर विपक्ष भाजपा ने एंटनी को निशाने पर रखते
हुए मांग की कि पाकिस्तान को ‘बचने का रास्ता’ देने के लिए वह माफी मांगें। संसद के दोनों सदनों को विपक्ष ने अपने
आक्रामक अन्दाज में ठप कर दिया जिससे कोई भी कामकाज नहीं हो सका। आक्रामक विपक्ष
अड़ गया कि एंटनी ने पाकिस्तानी सेना को ‘क्लीन चिट’ दी है, इसलिए वह माफी मांगें। दूसरी ओर लालकृष्ण आडवाणी समेत भाजपा के
वरिष्ठ नेताओं ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलकर नियंत्रण रेखा पर भारत के
पांच सैनिकों की हत्या के मुद्दे पर रक्षा मंत्री के बयान पर गहरी आपत्ति व्यक्त
करते हुए इस गंभीर मुद्दे पर स्पष्टीकरण देने की मांग की। रक्षा मंत्री के बयान से लगता है कि रक्षा मन्त्री
पाकिस्तान के है | यह बयान पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दिया लेकिन विपक्ष ने संसद में
जब हंगामा मचाया तो सरकार को गलती समझ में आया | सोशल मिडिया ने जब खूब हल्ला
मचाया फिर कांग्रेस अपनी डेमेज कंट्रोल में लग गया | दुसरे दिन एंटनी ने संसद में कहा, 'मेरा पहला बयान उपलब्ध तथ्यों के आधार
पर था | फिर सेना प्रमुख बिक्रम सिंह ने इलाके
का दौरा किया और जानकारियां जुटाईं | अब
साफ हो गया है कि हमला पाकिस्तानी सेना की स्पेशल यूनिट ने किया| पाक सेना सीधे तौर पर भारतीय सैनिकों की
हत्या में शामिल थी, पाकिस्तान सहयोग के बिना कोई हमला नहीं हो सकता|
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