अमेरिका के राष्ट्रपति
डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में 'हाउडी मोदी' (Howdy Modi) कार्यक्रम को संबोधित करते
हुई कहा कि - भारत-अमेरिका की दोस्ती की
मजबूती का जिक्र करते हुए कहा कि हम दोनों मिलकर आतंकवाद की इस चुनौती का मिलकर
मुकाबला करेंगे। उन्होंने कहा ‘‘हम निर्दोष नागरिकों की कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खतरे से
रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय
के लोगों द्वारा आयोजित 'हाउडी मोदी' (Howdy Modi) में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र
मोदी के साथ मंच साझा किये। हाउडी मोदी कार्यक्रम में
अपने भाषण में इस्लामिक आतंकवाद का जिक्र करते हुए कड़ा प्रहार किया। उन्होंने साफ
तौर पर कहा कि भारत और अमेरिका, दोनों देश मानते हैं कि अपने
समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपनी सीमाओं की सुरक्षा करनी होगी। उन्होंने
कहा कि मेरे प्रशासन ने अब तक इसी पर काम किया है। जो हमारे देश के लिए खतरा हैं, उन्हें अमेरिका में प्रवेश न मिले, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। सीमा की सुरक्षा भारत के लिए भी
इतनी ही महत्वपूर्ण है। हाउडी
मोदी कार्यक्रम समारोह फुटबाल स्टेडियम में होने जा रहा है। यह
अमेरिका के सबसे बड़े पेशेवर फुटबॉल स्टेडियम में से एक है। इसका
आयोजन एनजीओ टेक्सास इंडिया फोरम (टीआईएफ) कर रहा है।
अमेरिकी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब से इस्लामिक आतंकवाद की बात की है। तब से
दुनिया में एक प्रकार का हलचल मचा हुआ है। भारत
इस्लामिक आतंकवाद से तब से जूझ रहे हैं। जब
मोहम्मद बिन कासिम भारत आया था। आज तक
भारत में इस्लामिक आतंकवाद के कारण करोड़ों हिंदुओं की जान गई, तलवार के नोक से उनका धर्मातरण किया गया है हिन्दुओं के मंदिर को तोप से हमला किया गया, उन्हें मस्जिद बनाया गया। लेकिन यह आतंकवाद पर
दुनिया के ध्यान तब गया। जब 11 सितंबर 2001 में
अमेरिका के वर्ल्ड टावर सेंटर पर आतंकी हमला हुआ। आज अमेरिका
ने भी माना कि पूरी दुनिया को अब इस्लामिक आतंकवाद से खतरा है। इस वर्ल्ड
ट्रेड की घटना के बाद आतंकवाद के सफाए के लिए अमेरिका ने कमर कसा। लेकिन
अमेरिका की कमर कसी उतनी सफल नहीं रही, वह केवल अपने अमेरिकी हितों को ध्यान में रखकर
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहे। लेकिन जब
भी भारत पाकिस्तान की तरफ इशारा करता है। अमेरिका इसको स्वीकार नहीं कर रहा था। अमेरिका
अफगानिस्तान तथा इराक में फंसा हुआ था, लेकिन 2014 के चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी भारत की
सत्ता संभाले और जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में अपनी पहली मीटिंग में जाकर कहा कि आतंकवाद का कोई
धर्म नहीं होता और वैसे ही आतंकवाद ही आतंकवाद होता है। आतंकवाद
कोई अच्छा या बुरा नहीं होता और इस किसी भी प्रकार के आतंकवाद का हमें पुरजोर विरोध करना
चाहिए। इसके लिए
कुछ भी करें क्योंकि आने वाली पीढ़ियां इस आतंकवाद के कारण बर्बाद हो रही है।
आज रविवार को मोदी कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप ने यही बात दोहराई कि आतंकवाद के कारण आने वाली पीढ़ी आने वाले लोग बहुत सारे निर्दोष नागरिक की हत्या हो जा रही है। उनका जीवन खतरे में पड़ रहा है, आने वाली पीढ़ियों के जीवन खतरे में पड़ रहे हैं।इसलिए यह इस्लामिक आतंकवाद खत्म होना चाहिए और भारत और अमेरिका की दोस्ती इस आतंकवाद के चुनौती को डट के मुकाबला करेगी।
आज रविवार को मोदी कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप ने यही बात दोहराई कि आतंकवाद के कारण आने वाली पीढ़ी आने वाले लोग बहुत सारे निर्दोष नागरिक की हत्या हो जा रही है। उनका जीवन खतरे में पड़ रहा है, आने वाली पीढ़ियों के जीवन खतरे में पड़ रहे हैं।इसलिए यह इस्लामिक आतंकवाद खत्म होना चाहिए और भारत और अमेरिका की दोस्ती इस आतंकवाद के चुनौती को डट के मुकाबला करेगी।
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