भारत के
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को स्वच्छ भारत अभियान के लिए बिल एंड मिलिंडा
गेट्स फाउंडेशन द्वारा 24 सितंबर,
2019 को ‘ग्लोबल गोल कीपर अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के
सत्र से आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री को इस सम्मान से नवाजा गया। प्रधानमंत्री ने यह सम्मान स्वच्छ भारत अभियान को जनांदोलन में परिवर्तित
करने वाले और इसे अपने सभी भारतीय दैनिक जीवन का अंग बनाने वाले भारतीयों को
समर्पित किया। यह बात अपने प्रधानमंत्री के बडकापन है की शेष देश के नागरिकों को
दिए है।
सम्मान प्राप्त
करने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा, “स्वच्छ भारत मिशन
की कामयाबी भारत की 130 करोड़
जनता की बदौलत है। उन्होंने इसे अपना आंदोलन बना लिया मुझे याद है कि 15 अगस्त 2014 को लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री
ने देश की जनता से अपील किये थे की 2 अक्तूबर से महात्मा
गाँधी की जयंती से स्व्च्छता भारत मिशन की शुरुवात करने की।
प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी ने 2 अक्तूबर
2014 गांधी जयंती के शुभ अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन का शुभारंभ किया। मोदी जी जानते थे कि इस
भारत की स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी जी का एक बड़ा योगदान है। महात्मा
गांधी भारत के जन-जन में उनका सम्मान और आदर है। दूसरी बात महात्मा गांधी सदैव
स्वच्छता की ओर विशेष रुप से ध्यान देते थे। स्वच्छता के लिए गरीब और गंदी
बस्तियों में जाकर स्वच्छता अभियान चलाते थे। महात्मा गांधी जी का करते थे कि अगर
स्वास्थ्य रहना है तो स्वच्छ रहने से हम हजारों बीमारियों से बच सकते हैं। और हम
आने वाली पीढ़ियों के एक अच्छा चीज बताएंगे। लेकिन आजादी के बाद यह देश का
स्वच्छता का क्रम बिगड़ गया। स्वच्छता का अभियान जन अभियान ना होकर शासन की
योजनाओं का खानापूर्ति का रह गया था, इसमें भी भ्रष्टाचार होने लगे।
मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनते ही अपने 5 वर्षीय कार्य योजना में यह लक्ष्य था कि जब महात्मा गांधी के 150 जयंती वर्ष होगी होने, तब पूरा भारत स्वच्छता अभियान से स्वच्छ हो जाये। उन्होंने पहले ही कदम उठाया कि सभी घर में शौचालय होना चाहिए तथा सभी परिवार में शौचालय का उपयोग करें। उन्होंने कहा था कि हमारे बेटियों माताओं को स्वच्छता के लिए शौचालय जरूरी है, क्योंकि शौचालय ना होने के कारण उन्हें बाहर जाना पड़ता है। जिससे कुछ अपराधी तत्व लोग उन्हें बुरी नजर से देखते हैं। इसलिए सभी राज्य सरकार और मैं कॉर्पोरेट सेक्टर से भी अनुरोध करता हू कि अपने सीएसआर फंड के तहत प्रत्येक गांव में, प्रत्येक घर में जहा शौचालय नहीं है वहा शौचालय का निर्माण किया जाये। इस स्वच्छता अभियान से "पिछले पांच वर्षों में 11 करोड़ की रिकॉर्ड संख्या में शौचालयों का निर्माण किया गया। इस मिशन से देश के गरीबों और महिलाओं को सबसे ज्यादा लाभ हुआ।”
मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनते ही अपने 5 वर्षीय कार्य योजना में यह लक्ष्य था कि जब महात्मा गांधी के 150 जयंती वर्ष होगी होने, तब पूरा भारत स्वच्छता अभियान से स्वच्छ हो जाये। उन्होंने पहले ही कदम उठाया कि सभी घर में शौचालय होना चाहिए तथा सभी परिवार में शौचालय का उपयोग करें। उन्होंने कहा था कि हमारे बेटियों माताओं को स्वच्छता के लिए शौचालय जरूरी है, क्योंकि शौचालय ना होने के कारण उन्हें बाहर जाना पड़ता है। जिससे कुछ अपराधी तत्व लोग उन्हें बुरी नजर से देखते हैं। इसलिए सभी राज्य सरकार और मैं कॉर्पोरेट सेक्टर से भी अनुरोध करता हू कि अपने सीएसआर फंड के तहत प्रत्येक गांव में, प्रत्येक घर में जहा शौचालय नहीं है वहा शौचालय का निर्माण किया जाये। इस स्वच्छता अभियान से "पिछले पांच वर्षों में 11 करोड़ की रिकॉर्ड संख्या में शौचालयों का निर्माण किया गया। इस मिशन से देश के गरीबों और महिलाओं को सबसे ज्यादा लाभ हुआ।”
इस स्वच्छता अभियान के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के बाल्मीकि नगर में खुद झाड़ू लेकर सफाई किये है। इस अभियान में देश के बड़े सेलेब्रिटीज को जोड़कर गली गली की नाली से लेकर सभी गंदी को साफ करने का अभियान शुरू हुआ। पुरे देशवासी जुड़ गए, स्कुल के बच्चे, किशोर, युवा तथा व्यवसायी सभी जुड़कर पुरे भारत को स्वच्छ करने में लगे है। इसलिए मोदी जी ने कहा है कि 130 भारतीयों के कारण स्वच्छ भारत अभियान सफल हो रहा है।
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