शनिवार, 24 अगस्त 2019

अजित जोगी द्वारा बहुचर्चित विधायक खरीद-फरोख्त कांड का खुलासा तत्कालीन पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अस्र्ण जेटली ने की थी



बात 2003 छत्तीसगढ़ के अजित जोगी द्वारा बहुचर्चित विधायक खरीद-फरोख्त कांड का खुलासा तत्कालीन पूर्व केंद्रीय कानून राज्य मंत्री अस्र्ण जेटली ने ही किया था। रात 9 बजे भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर से प्रेसवार्ता कर एक ऑडियो टेप के साथ पत्रकारों को अजीत जोगी के द्वारा 45 लाख में विधायक खरीद-फरोख्त कांड का खुलासा किया था। देर रात को सोनिया गाँधी सो चुकी थी, उन्हें जगाकर सुचना दी गई और रात में ही अजीत जोगी को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किया गया था। इस घटना ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल पैदा कर दी थी। देशभर में यह खबर सुर्खियों में रही थी। क्योकि केंद्र में भाजपा के अटलबिहारी वाजपेयी की एनडीए की सरकार थी और छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी ने भाजपा के विधायकों को तोड़कर तीन साल अपनी सरकार चलाई और 2003 के चुनाव में अपनी हार के बाद बहुमत वाली सरकार बनने से रोकना और कांग्रेस की समर्थित सरकार बनना था।

सन 2000 में मध्यप्रदेश से अलग छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ था, लेकिन बहुमत कांग्रेस के तरफ था और विधानसभा का कार्यकाल तीन वर्ष शेष था। अत कांग्रेस ने अजीत जोगी को अपना मुख्यमंत्री चुना 2000 में जो की उस समय विधानसभा के सदस्य नहीं थे। भाजपा के विधायक राम दयाल उइके से स्तीफा दिलवाया, उपचुनाव में मरवाही विधानसभा से अजीत जोगी विधायक चुने गए थे।

4 दिसम्बर 2003 में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में अजीत जोगी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को करारी हार मिली थी। दुसरे दिन भाजपा को 90/50 जीत कर बहुमत से सरकार बनने के लिए विधायकों बैठक पिकाडली होटल में होने वाले पार्टी के नेता वैकेयानायडु लेने वाले थे। उसी समय तत्कालीन मुख्यमंत्री जोगी ने  भाजपा नेता बलिराम कश्यप को मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव देकर भाजपा विधायकों को तोड़ने का आरोप लगा था। उस समय भाजपा नेता वीरेंद्र पांडेय (भाजपा के प्रदेश महामंत्री थे) से भाजपा सांसद रहे पीआर खुंटे ने विधायकों को तोड़ने के लिए संपर्क किया था। वीरेंद्र पांडेय ने यह बात सार्वजनिक कर हलचल मचा दी थी कि जोगी ने बातचीत की और खरीद-फरोख्त के लिए करीब 45 लाख रुपये का लेनदेन किया।
अरुण जेतली का जन्म दिल्ली में महाराज किशन जेटली और रतन प्रभा जेटली के घर में हुआ। उनके पिता एक वकील हैंउन्होंने अपनी विद्यालयी शिक्षा सेंट जेवियर्स स्कूल, नई दिल्ली से 1957-69 में पूर्ण की। उन्होंने अपनी 1973 में श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, नई दिल्ली से कॉमर्स में स्नातक की। उन्होंने 1977 में दिल्ली विश्‍वविद्यालय के विधि संकाय से विधि की डिग्री प्राप्त की। छात्र के रूप में अपने कैरियर के दौरान, उन्होंने अकादमिक और पाठ्यक्रम के अतिरिक्त गतिविधियों दोनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के विभिन्न सम्मानों को प्राप्त किया हैं। वो 1974 में दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संगठन के अध्यक्ष भी रहे।

अरुण जेटली ने 24 मई 1982 को संगीता जेटली से विवाह किया। उनके दो बच्चे, पुत्र रोहन और पुत्री सोनाली हैं।


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