शुक्रवार, 5 अगस्त 2011

सांप्रदायिक और लक्षित हिसा रोकथाम बिल

बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक के बीच परस्पर प्रेम कि भावना बढनी चाहिए | केन्द्र व राज्य कि सरकार का यह कम होना चाहिए कि दोनों समुदाय में आपसी सहयोग एंव एकता बढ़नी चाहिए |लेकिन सोनिया गाँधी एंड कंपनी ने राष्ट्रीय सलाहकार परिषद द्वारा तैयार किया गया एक ऐसा बिल जिसका नाम सांप्रदायिक और लक्षित हिसा रोकथाम बिल जो इस प्रकार कि भावना को नष्ट कर संदेह और हिंसा घटना कि वर्धि होगा |
कोई भी कम करने से पूर्व उसकी नीयत देखा जाता है | सोनिया गाँधी ऐ ईसाई महिला है तथा वह चर्च से जुडी हुई है |१० वर्षों में दो बड़े हिंसा हुआ है पहला कि गुजरात कि दंगा जो राम भक्तों पर गोधरा में रेलवे के दो डिब्बों में निकट के मुसलमानों ने जला का अनेक हिंदू महिला पुरष और बच्चो कि हत्या किया गया जिसके बाद इस घटना के बाद पुरे गुजरात में हिंसा हुआ इस घटना के पीछे मुसलमानों की किया गया घ्दित कम था तथा दूसरा उडीसा में बाबा लक्शाद्नन की ईसाई के द्वारा उनके आश्रम में कर दिया गया तो वनवासियों द्वारा आसपास ईसाई द्वारा धर्मातरित हिंदू पर शंक के कारण हिंसा हुआ जिसमे अनेक लोगों की जान गई | यह दोनों घटना अल्पसंख्यक द्वारा की गई हिंसा के कारण हुआ |अब इस घटना में कोई बहुसंख्यक का कोई हाथ नहीं था लेकिन घटना के पीछे अल्पसंख्यक हाथ और उन्ही के द्वारा हुआ है |

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