मंगलवार, 23 अगस्त 2011

अन्ना के आंदोलन पर कांग्रेसियों के कुटिल चाल .......|




अन्ना हजारे ने लोकपाल विधेयक को लेकर कांग्रेसियों व सरकार के लोग कई प्रकार से हमला करना शुरू किया है | कांग्रेसियों कि महारानी के अनुपस्थिति में और राजकुमार कि लापता कि स्थिति है | पहला आरोप था कि अन्ना के ngongo में भ्रष्टचार है तो अन्ना ने कहा कि जाँच कर लो तो बात यही पर रुक गया | उधर कांग्रेसियों के प्रवक्ता ने कहा कि अन्ना तो फ़ौज से भागे हुए सिपाही है | तो सुचना के अधिकार के तहत श्री सुभाष अगवाल ने जानना चाह कि सातवीं पास सेना में कैसे पहुचे तथा उनका चरित्र कैसा था आदि आदि | तो सेना ने उनसे जानना चाह कि आपके बारे में सूचना के अधिकार के तहत में जानना चाह है आप का क्या कहा ना है | यह बात कांग्रेसियों के पत्रकार वार्ता में मनीष तिवरी ने कहाकि अन्ना-- तूम अभी तक जबाब क्यों नही दे रहे हो | लेकिन यह बात कहते भी सब बात बिगड गई | सुभाष अग्रवाल के बातों पर सेना से जबाब भेजा कि अन्ना देश कि फ़ौज से कभी नहीं भागे है तथा उनके उपलब्धियों पर सेना ने पांच मेडल दिया है | इतनी बात आते ही कांग्रेसियों और सरकार को सांफ सुध गया | लेकिन rtirti के सुभाष अग्रवाल सरकार से नाराज होगे है कि सुचना के अधिकार के तहत उनकी जानकारी को क्यों कैसे लिक किया गाय है | जब से कांग्रेसियों नेता मनीष तिवारी गायब हो गये है तथा अन्ना समर्थक जब उबके घरों पर पंहुचे तो घर और अपने संसदीय क्षेत्र से गायब है | समस्या देखा कर कांग्रेस ने अपना प्रवक्ता बदला और रेणुका चौधरी को आहे कर दिया | जब लोगों का दबाव रहता है तो हडबडी में आदमी कई बार गलती करता है | अभी कांग्रेसियों ने गलती पर गलती करते जा रहे है | पत्रकार वार्ता में रेणुका ने कहाकि राहुल गाँधी तोता नहीं जो बार बार बोलगे | अन्ना कि आधी में सरकार और कांग्रेसियों कि हाल खराब है | अब हाल खराब होता देख कर सरकार के लोग सोनिया खास लोग अरुणा राय को आगे कर दिया |

अन्ना सामाजिक नेता है तो अन्य सामाजिक लोगों से उनका संबद्ध होगा | सुचना के अधिकार को ठीक प्रकार से लागू करने के लिए अरुणा राय के साथ अन्ना का सहयोग तथा अरुणा राय ने सोनिया से कह कर ठीक प्रकार से लागू होने का सहयोग किया था | इस संबद्ध का कांग्रेस ने उह्योग करते हुए - अरुणा राय को आगे कर दिया | अरुणा राय ने कहा कि – अन्ना के जनलोकपाल बिल में बहुत कमी मैं तीसरा लोक पाल बिल पेस कर रही हूँ | यह ठीक बिल है | यह कांग्रसी चाल से जनता अवगत है कि किस प्रकार वार्ता कर बाबा रामदेव को लिखित में लेकर उनको फंस दिया गाय तथा रात में पुलिस कारवाही कर आंदोलन को खत्म कर दिया गया | अन्य प्रगतिशील लोगों को आगे कर दिया जैसे अरुंधति अब यह लोग कह रहे कि अन्ना गलत कर रहे है |

तो प्रश्न यह उठता है कि सही कौन कर रहा है सरकार कि अन्ना | जिस प्रकार अन्ना के आन्दोलन से आम आदमी जुड गया है क्या सरकार अपना बहुमत खो दिया है | इस मुड़े पर विपक्ष को एक हो कर देश में आंदोलन करना चाहिए था | तथा सरकार को पुनः जनता के पास जाने के लिए मजबूर कर देना चाहिए था | लेकिन विपक्ष इंतजार करो कि नीति पर चाल रही है |


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