शुक्रवार, 5 अगस्त 2011

बेशेर्मो लोगों ने निकली बेशर्मी का मोर्चा

आज भारत में कुछ असामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा रच गया बेशर्मी का मोर्चा जो अभी अभी भारत में अचानक से बढे महिलओं (लडकियों) पर छेड़छाड़ तथा बलात्कार एवं हत्या के मामले बढे गये है | बेशर्मी का मोर्चा का कहना है यह घटना पुरुष प्रधान देश होने के कारण है | अब सवाल यह है कि यदि पुरुष प्रधान देश होता तो आज करोड़ों लड़कियाँ प्रोफेसनल इन्जिरिग ,मेडिकल तथा अन्य सरकारी तथा निजी क्षेत्रों में पढाई के बाद सम्मान पूर्वक कार्य कर रही है | कुछ वर्ष पूर्व अफ़गानिस्तान में बुर्का ना पहने पर महिलओं को सरे आम पीटा जाता था |यदि भारत पुरुष प्रधान देश होता तो आज जितनी महिलाएं सम्मानपूर्वक समाज में काम कर रही वह कर पति क्या ?आज जो देश में बदलाव आ रहे है , यह बदलाव समय के साथ ठीक प्रकार से होना चाहिए |
हमारे देश के कुछ पढ़े लिखे असंस्कारित लोग विदेशों कि नकल कर रहे है |टोरंटो में कुछ महिलाओं पर छेड़छाड़ कि घटना अचानक बढ़ गई तो वह कि महिला पुलिस अधिकारी मिशेल ने – महिलाओं को हिदायत डी कि महिलाएं ठीक प्रकार से कपडें पहने जिससे इस प्रकार कि घटना न बढे | तो फिर जैसा देश वैसा भेष वहाँ कि महिलाओं ने उस महिला पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया | रोड पर उतर कर नगे होकर प्रध्श्रण करने लगी | उस महिला पुलिस अधिकारी को माफ़ी मांग कर बचाना पढ़ा | तबतक

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