शनिवार, 8 जून 2019

प्रधानमंत्री की विदेश दौरा,विदेश मंत्रालय की महीनों की तैयारी के बाद संभव होता है -



लोकसभा के चुनाव की घोषणा होने के बाद से विदेश मंत्रालय में सभी अधिकारी तीन महीने की छुट्टी पर चले जाते थे। लेकिन इस बार ऐसा नही हुआ। क्योंकि देश का चौकीदार जाग रहा था। मतलब यह है कि प्रधानमंत्री Narendra Modi जी ने चुनाव के समय भी, अपने विदेश नीति के लिए काम कर रहे थे। उनका आत्मविश्वास यह कहा है कि, वे पुन प्रधानमंत्री बनने जा रहे है।  South block में ही प्रधानमत्री कार्यालय तथा विदेश मंत्रालय स्थित है। जहां वे सारा काम करते है।

नरेन्द्र मोदी पिछले 5 वर्षो से एक भी दिन छुट्टी नहीं लिये है। इसलिए उन्होंने अपने काम को लेकर संबधित अधिकारियों को भी छुट्टी नहीं लेने दिया। चुनाव घोषणा होने से पूर्व ही सारे मीटिंग की तैयारी भी कर रहे थे। ऐसा आजादी के बाद पहली बार हुआ कि विदेश मंत्रालय के अधीनस्थ सभी दूतावास अपनी देश की योजना पर किया। चुनाव आयोग के द्वारा घोषणा पर सब अधिकारी व कर्मचारी छुट्टी पर चले जाते थे। अपने प्रधानमंत्री #narendramodi ने चुनाव प्रचार के दौर विदेश मंत्रालय के साथ PMO से लगातार जानकारी ले रहे थे। शपथ ग्रहण के बाद 10 दिनों में मालदीव की यात्रा तथा श्रीलंका पर पहुचे है। यह एक दो दिन कि तैयारी से नहीं बल्कि महीनों के तैयारी के बाद तय हो पता है। 

भारत सरकार के अधीनस्थ सभी देशों के दूतावास अपने सक्रिय रूप से काम कर रहे है। उन्होंने अपने छह महीने के विदेश प्रवास की योजनाओं पर प्रतिदिन की जानकारी अपडेट प्राप्त करते थे। चुनाव जीतने के बाद लोग मन्त्रीमंडल की तैयारी में लगे होंगे लेकिन मोदी आगामी प्रवास पर अपना एजेंडा तय कर रहे थे 14 15 शंघाई समिट (SCO) के लिए कगिकिस्तान की राजधानी बिश्केक  में जाने वाले है । जहा रूस के राष्ट्रपति पुतिन तथा चीन के राष्ट्रपति शीपी जिंग से मिल कर बात करने वाले है। जून के आखिर में जापान ओसका में G-20 की मीटिंग में जानेवाले है। वहा डोनाल्ड ट्रम तथा अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष के साथ मीटिंग होनी है।  
·        भूटान तथा नेपाल के दौरे में जाने वाले है  
·        अगस्त में फ़्रांस जाने वाले है वहा G-7 के मीटिंग में रहने वाले है   



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