1920 में अंग्रेजों ने तुर्की के खलीफा को
हटाकर युवा नेता कमाल पाशा को लोकतंत्र तरीके से सत्ता सौफ दिया। इससे भारत के मुसलमान नाराज हो गए और भारत में अंग्रेजों के
खिलाफ खिलाफत आन्दोलन शुरू किया। इसी बीच महात्मा गाँधी ने खिलाफत आन्दोलन से उन्हें एक मौका मिल
गया है। उनका मानना था कि भारत के हिन्दू और मुसलमान दोनों मिलकर अंग्रेजो से लड़कर
का भारत को स्वंतत्र कराए। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को खिलाफत आन्दोलन में सहयोग
करने के लिए 1920 में कलकत्ता अधिवेशन में मना लिया और फिर महात्मा गाँधी ने
असहयोग आन्दोलन शुरू किया। इसी बीच में मोहम्मद अली और शौकत अली
बंधुओ के साथ-साथ अनेक मुस्लिम नेताओं ने गाँधी जी और कांग्रेस पार्टी को समझ लिया और
उन्होंने अपना एजेंडा शुरू किया नया मुस्लिम देश पाकिस्तान बनाने का। इसी आन्दोलन से भारत के मुसलमानों के दिमाग में अलग देश
पाकिस्तान का विचार को लोगों के दिमाग मे भरा गया। इस खिलाफत के आन्दोलन के गर्भ
में पाकिस्तान नाम का देश आया और 15 अगस्त 1947 में जन्म हुआ।
कोई भी विचार नकारात्मक हो तो उसका असर भी
नकारात्मक होता है। पाकिस्तान का जन्म भारत से अलग एक मुस्लिम देश की नकारत्मकता से हुआ है। इसलिए पकिस्तान में
आये दिन हो रही हिंसात्मक रूप का भी वह नकारात्मकता के मूल कारण है। 2015 में
फ्रांस की पत्रिक में छपे मोहम्मद साहब के कार्टून से जिसके बाद मुस्लिम आतंकी ने
चार्ली हेब्दो के कार्यालय में गोलीबारी से 14 कर्मचारियों की हत्या कर दिया गया
था। 2020 में इस घटना पर फ़ांस के सरकारी भवनों में उन कार्टून को लगाया गया। इसे
लेकर पाकिस्तान में इस्लामिक कट्टरपंथी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) ने आंदोलन किया की फ्रांस के दूतावास को
पाकिस्तान से तुरंत हटाया जाए।
फ्रांस के मंत्री ने फ्रांस के न्यूज़ चैनल 24 पर कहा कि पाकिस्तान में जो फ्रांस के विरुद्ध आंदोलन चल रहा है, पाकिस्तान को तुरंत प्रतिबंध लगाना ही होगा। इमरान खान सरकार ने आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) पर प्रतिबन्ध लगाया। लाहौर में रविवार दोपहर जब सुरक्षाबल इस संगठन के धरने को खत्म कराने पहुंचे तो कट्टरपंथियों ने उन पर हमला कर दिया। इस घटना में 3 लोगों के मारे जाने की खबर और लेकिन मीडिया में यह संख्या काफी होने की आशंका है, क्योंकि कट्टरपंथियों और सुरक्षाबलों के बीच काफी देर तक फायरिंग हुई। फायरिग की घटनाएँ पाकिस्तान की सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। दुसरे दिन सोमवार को पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिज्वी को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद टीएलपी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। संगठन के प्रवक्ता का कहना है कि मरने वालों के शव तब दफन किए जाएंगे जब फ्रांस के राजदूत को बाहर निकाल दिया जाएगा। वही हिंसा के लिए जिम्मेदार संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) पर सख्ती दिखाना इमरान खान सरकार को भारी पड़ गया।
अब यदि पाकिस्तान फ्रांस से राजनैतिक ( दूतावास ) संबंध तोड़ता है तो पाकिस्तान का बहुत बड़ा आर्थिक व राजनैतिक नुकसान होने वाला है। पाकिस्तान दुनिया का सबसे 115 बिलियन से ज्यादा कर्ज में डूबा देश हुआ है। जिसमें पेरिस क्लब से 11 बिलियन तथा यूरोपीय यूनियन से 13 बिलियन से भी ज्यादा कर्ज ले चूका है। इमरान खान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान का रुपया का दाम और गिर गया है। फ्रांस यूरोपीय यूनियन देशों का एक सदस्य देश है। पाकिस्तान का यूरोपीय यूनियन से सीधा दुश्मनी हो जाएगा। यूरोपीयन यूनियन के सभी देश आपस में एक संबंध रखते हैं। यदि कोई देश इन मित्र देशों पर हमला करता है या किसी प्रकार की क्षति पहुँचता है तो सारे यूरोपीय यूनियन देश एक होकर उस देश का विरोध करते हैं। मतलब की पाकिस्तान का व्यापार का 50 प्रतिशत व्यापार यूरोपीय यूनियन के साथ होता है। पाकिस्तान में व्यापार कम होंगे, पाकिस्तान के रुपए का मार्केट वैल्यू गिरेगा। पाकिस्तान में पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ेंगे, जिससे महंगाई और बढ़ जाएगी। पाकिस्तान का व्यापार घाटा और बढ़ जाएगा। जिसके कारण पाकिस्तान में बेरोजगारी और पाकिस्तान के लोगों का जो यूरोपीय यूनियन देशों में काम नही कर रहे हैं, उन्हें वहां से वापस पाकिस्तान आना पड़ेगा। उन्हें रोजगार का जो मौका मिला है, वह समाप्त हो जाएगा।
पाकिस्तान के पास लड़ाकू विमान नहीं है कहने के लिए तो चीन से बना JF-17 थंडर है, जो एक नाम मात्र का जहाज है केवल हाथी के दांत के समान है। अमेरिका का F16 है वह भारत के खिलाफ युद्ध में उपयोग नहीं कर सकता। अब पाकिस्तान के पास बचता है मिराज 5 जो फ्रांस के कंपनी डाइसॉल्ट ने बनाया है डाइसॉल्ट कंपनी बनाकर पाकिस्तान को बेची है, पाकिस्तान में इसकी अधिक संख्या में है। किन आधे से अधिक यह खराब हो चुके हैं। उनको अग्रेशन और स्पेयर पार्ट्स नहीं देगा। जिसके कारण पाकिस्तान का वायुसेना आज के समय ठप हो जाएगा। पकिस्तान के पास फ्रांस में बनी पनडुब्बी भी जिसे अपग्रेडेशन होने वाला था। यदि भारत के युद्ध हुआ तो आज के समय सबसे बड़ा पाकिस्तान तबाह हो जायेगा।
पाकिस्तान को आतंकवादी के लिस्ट में अभी ग्रे सूची में रखा गया है जो फ़्रांस कोशिश करेंगे कि पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में कर दिया जाए। जिसे पाकिस्तान ब्लैक लिस्ट में हो जाने के बाद पूरी दुनिया के देशों से व्यापारिक और वहां के आना-जाना लगभग बंद हो जाएगा। इससे पाकिस्तान की ही आर्थिक स्थिति और खराब हो जाएगी। इस समय पाकिस्तान एक सिविल वार के से युद्ध से जूझ रहा है, और आर्थिक रूप से पाकिस्तान का हालत खराब है। इस तरह से फ्रांस से दुश्मनी पाकिस्तान को बहुत बड़ा महंगी पड़ने वाला है।
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