QUAD (Quadrilateral Security Dialogue) भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के बीच शिखर समेल्लन हो रहा है, जो इन देशों के बीच इंडो पेसेफिक में आपसी सहयोग का एक समझौता है। यह 2007 में हिंद प्रशांत महासागर में चीन के बढ़ते दादागिरी को देखते हुए जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने ऐसे संगठन का प्रस्ताव दिया, जिसमें इस हिंदमहासागर और प्रशांत महासागर के समुद्री क्षेत्र में ताकतवर देश जिसमें भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया शामिल हो सके। जिसमें इस क्षेत्र में शान्ति, स्थिरता, सुरक्षित और मिलकर समृद्ध बनाने के लिए मिलकर काम करे।
इस हिन्दपैसिफिक मार्ग से विश्व का 70 प्रतिशत व्यापार होता है। इसका फायदा चीन उठाने का कोशिश कर रहा है साऊथ चाइना शी में। इस क्षेत्र में लगाने वाले देशों को चीन परेशान कर रहा है। इससे प्रभावित देश जापान, वियतनाम, इंडोनेशिया, पिलिपिन्स, आदि देश की सीमा पर अपना क्षेत्र बताकर कब्ज़ा करने की कई बार कोशिश कर चूका है। साऊथ चाइना शी में कृतिम टापू बना चूका है। आये दिन मछली पकड़ने वाले जहाजों को चीन समुद्र में डूबा देता है। चीन के इस विस्तारवादी नीतियों के कारण जापान सहित ताइवान समेत कई देश परेशान हो चूका है। अतत हिंद प्रशांत महासागर में चीन के बढ़ते दादागिरी को देखते हुए जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने ऐसे संगठन का प्रस्ताव दिया। लेकिन पिछले कुछ वर्षो में इनके बीच में इस ग्रुप में कोई खास गतिविधि नहीं थी। जापान चाहता था की भारत इसमें अपनी बड़ी भूमिका निभाए, ऐसा नहीं हुआ। क्योंकि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसमें खास रुचि नहीं दिखाए। इसका कारण यह है कि उस समय लेफ्ट पार्टियों की मनमोहन सरकार में गठबंधन था। वे नही चाहते थे कि भारत सरकार को बड़ी काम चीन के खिलाफ करें। 2017 में अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की नई सरकार बनी। उन्होंने ने अमेरिका फर्स्ट का अभियान चलाया जो चीन को चुभ गया और आखिरी में ट्रंप प्रशासन और चीन के बीच बढ़ते टकराव ने नई समीकरण बनना शुरू हुआ। जिसके कारण अमेरिका की ओर से इस ग्रुप को फिर से जीवित किया गया। इसकी पहले विदेश मंत्रियों की बैठक हो चुकी है। 2019 में चीन से फैले कोरोना के चलते 2020 में इन देशों के नेताओं की बैठक नहीं हो सकी थी।
ट्रंप प्रशासन और चीन के बीच बढ़ते
टकराव के कारण अमेरिका की ओर से इस ग्रुप को फिर से जीवित किया गया। इससे पहले
क्वाड देशों के विदेश मंत्री मिल चुके हैं लेकिन पहली बार QUAD के
सभी देशों के नेता मिलेंगे। कोरोना काल में भारत,
अमेरिका, जापान
और ऑस्ट्रेलिया का यह गठबंधन क्वाड पहला शिखर सम्मेलन ऑनलाइन आयोजित किया जा रहा
है। वैक्सीन के साथ ही साथ हिंद- प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने और चीन के
बढ़ते प्रभाव को रोकने की दिशा में भी प्रयास होगा।
इस समूह के गठन के बाद से ही चीन
चिढ़ा हुआ है और लगातार इसका विरोध कर रहा है। लद्दाख में चल रहे सैन्य तनाव के
बीच चीन का सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स भारत को लगातार धमकी दे रहा है। साथ ही
नसीहत दे रहा है कि भारत क्वॉड से दूर रहे और गुटनिरपेक्षता की अपनी नीति का
पालन करे।
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